क्वांटम संख्या
क्वांटम संख्या क्या है समझाइए?
क्वाण्टम यांत्रिकी में मुख्य क्वांटम संख्या (principal quantum number / संकेत n) इलेक्ट्रान की प्रावस्था को अभिव्यक्त करने वाली चार क्वाण्टम संख्याओं में से एक है। यह संख्या सदा एक पूर्ण संख्या होती है (1, 2, 3…) । यह क्वाण्टम संख्या, इलेक्ट्रॉन की कक्षा की औसत त्रिज्या का भी सूचक है।
दिगंशी क्वांटम संख्या क्या है?
इसे कोणीय संवेग (angular momentum) या भौम क्वाण्टम संख्या (secondary quantum number) भी कहते हैं। दिगंशी क्वाण्टम संख्या 1, इलेक्ट्रॉन के उप ऊर्जा-स्तर (उपकोश) को प्रदर्शित करती है। के मान मुख्य क्वाण्टम संख्या n पर निर्भर करते हैं।
द्विगंशी क्वांटम संख्या एल के प्रत्येक मान के लिए एम का मान क्या होगा?
द्विगंशी क्वांटम संख्या (l) l का मान 0 से लेकर (n – 1) तक होता है। n के निश्चित मान के लिए l के जितने मान होते है , उस कोश में उतने ही उपकोश होते है। उपकोश s , p , d , f होंगे। किसी उप कोश में अधिकतम कक्षक 2l + 1 होते है अत: s , p , d , f उपकोशों में कक्षक 1 , 3 , 5 , 7 होंगे।
N L नियम क्या है?
n+l नियम के अनुसार-“ एक नया इलेक्ट्रॉन उस ऑर्बिटल में पहले प्रवेश करता है जिसके लिये n + l का मान सबसे कम होता है। यदि दो या दो से अधिक ऑर्बिटलों के लिये n + l का मान समान हो, तो नया आने वाला इलेक्ट्रॉन उस ऑर्बिटल में प्रवेश करता है जिसका n का मान न्यूनतम होता है।
कक्षक से आप क्या समझते हैं?
कक्षक नाभिक के चारों ओर स्थित आकाश के उन त्रिविम क्षेत्रों को कहते हैं जिनमें इलेक्ट्रॉन औसतन अधिक पाए जाते हैं। प्रत्येक कक्षक का केन्द्र परमाणु का नाभिक होता है। एक कक्षक में अधिकतम दो इलेक्ट्रॉन रह सकते हैं जिनके चक्रण विपरीत दिशा में होते हैं।
क्वांटम नंबर कैसे निकालते हैं?
उपकोश मे वह किस कक्षक मे है। कक्षक मे उसका चक्रण किस दिशा मे कर रहा है। यह इलेक्ट्रान कि ऊर्जा, नाभिक से दुरी व आकार दशाती है। द्वितीयक सख्या यह उप ऊर्जा स्तरो की सख्या प्रदर्शित करती है।
F उपकोश में कक्षक व अधिकतम इलेक्ट्रॉनों की संख्या कौन दर्शाता है?
f – उपकोशl में इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम संख्या 14 है। s कक्षक में इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम संख्या दो है, p कक्षीय में छह है, और d कक्षक में दस है। s का l मान = 0, p = 1, और d = 2 है।
कक्षक किसे कहते हैं यह कितने प्रकार के होते हैं?
F कक्षको की संख्या कितनी होती है?
f के लिए 7 कक्षक संभव हैं। प्रत्येक कक्षक में प्रचक्रण क्वांटम संख्या 1/2 और – 1/2 के साथ अधिकतम दो इलेक्ट्रॉन हो सकते हैं।
इस क्वाण्टम संख्या को n से व्यक्त करते हैं। यह क्वाण्टम संख्या परमाणु में इलेक्ट्रॉन के मुख्य ऊर्जा स्तर और कोश के आकार (size) का निर्धारण करती है। n के सम्भावित मान 1, 2, 3, हैं। n का मान बढ़ने से इलेक्ट्रॉन की ऊर्जा और उसके कोश (shell) की त्रिज्या (r) बढ़ती है।